अकोला न्यूज नेटवर्क ब्युरो दिनांक २२ मई :- भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को दोपहर के कारोबारी सेशन में भारी गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लुढ़क गए. इसके पीछे अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में आई तेजी के चलते वहां के शेयर बाजारों में गिरावट, अमेरिका की बिगड़ती आर्थिक स्थिति और वैश्विक बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. इसके अलावा, पिछले हफ्ते ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Moody’s ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग घटा दी.
क्यों निवेशकों में है डर का माहौल?
दरअसल, बॉन्ड यील्ड में आई तेजी से निवेशकों को अब बढ़ती ब्याज दर का डर सता रहा है क्योंकि अगर ब्याज दरें बढ़ेंगी, तो कंपनियों के लिए उधार लेना महंगा हो जाएगा. इससे कई सारी परियोजनाएं थम जाएंगी. नतीजतन, अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ सकता है. निवेशकों में चिंता की एक और वजह ट्रंप की टैक्स पॉलिसी है.
Congressional Budget Office (CBO) ने मंगलवार को बताया कि ट्रंप की टैक्स पॉलिसी से कर्ज में लगभग 3.8 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा होगा. दरअसल, ट्रंप के ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट’ में 2017 के टैक्स कट्स को आगे बढ़ाने, ओवरटाइम, टिप्स और ऑटो लोन पर टैक्स में छूट, चाइल्ड टैक्स क्रेडिट को 2,500 डॉलर तक बढ़ाना, स्टैंडर्ड डिडक्शन में 2,000 डॉलर की अस्थायी बढ़ोतरी और बाइडन प्रशासन के स्वच्छ ऊर्जा टैक्स क्रेडिट को खत्म करने की योजना को खत्म करने जैसी कई बातें शामिल हैं. फिर भी एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि इससे राष्ट्रीय कर्ज में 3 से 5 ट्रिलियन डॉलर की बढ़ोतरी होगी.
शेयर बाजार पर इन बातों का भी असर
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हफ्ते अमेरिकी संसद में ट्रंप के टैक्स बिल पर वोटिंग होने की उम्मीद है. निवेशकों को इस बात की फिक्र है कि पहले ही 36 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के कर्ज के बोझ तले दबे अमेरिका के राष्ट्रीय कर्ज में लगभग 3.8 ट्रिलियन डॉलर की और बढ़ोतरी हो सकती है.
इसके अलावा, इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव का भी भारतीय शेयर बाजार पर असर पड़ा है. रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिका ने नई खुफिया जानकारी जुटाई है कि इजरायल ईरान के न्यूक्लियर सेंटर पर हमले की तैयारी कर रहा है. इसी के साथ सिंगापुर और हांगकांग जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों से भी निवेशकों में डर का माहौल है. चौथी तिमाही के आय के सुस्त दौर ने भारतीय इक्विटी बाजार में निवेशकों की परेशानी को और बढ़ा दिया है.
निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
इन्हीं सब का नतीजा है कि सेंसेक्स 1,005 अंक गिरकर 80,591.68 पर और निफ्टी 275 अंक गिरकर 24,537 पर आ गया. बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप बुधवार को 441.09 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले आज के सेशन में गिरकर 438 लाख करोड़ रुपये पर आ गया. इसके चलते आज निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
गुरुवार को सेंसेक्स पर M&M,पावरग्रिड, एनटीपीसी, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, आरआईएल और टीसीएस सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर रहे, जिनमें 2.84 परसेंट तक की गिरावट आई. भारती एयरटेल और इंडसइंड बैंक के शेयर सेंसेक्स में केवल 0.54 परसेंट तक की ही बढ़त हासिल कर पाए.